
Cash in Parliament : हो गया खुलासा! राज्यसभा के नोटकांड की पूरी कहानी पढ़े यहां.....
Cash in Parliament: भारतीय संसद में एक बार फिर से ऐसा वाकया सामने आया जिसने लोकतंत्र के मंदिर की गरिमा को हिला कर रख दिया। राज्यसभा के नोटकांड ने पूरे देश का ध्यान खींच लिया है। आज शुक्रवार को राज्यसभा में जैसे ही यह मामला सामने आया, हंगामे का दौर शुरू हो गया। आइए समझते हैं कि यह पूरा मामला क्या है, कैसे कैश बरामद हुआ, और इसके पीछे की कहानी।
कैसे सामने आया नोटकांड?
गुरुवार को संसद की कार्यवाही समाप्त होने के बाद सुरक्षा अधिकारियों ने नियमित जांच के दौरान राज्यसभा के 222 नंबर सीट के नीचे कैश बरामद किया। यह सीट कांग्रेस के वरिष्ठ सांसद और वकील अभिषेक मनु सिंघवी को आवंटित थी।
शुक्रवार को राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने सुबह कार्यवाही शुरू होते ही इस मामले का खुलासा किया। उन्होंने कहा, “यह घटना संसद की गरिमा को ठेस पहुंचाने वाली है। हम इसकी गहराई से जांच करेंगे और जिम्मेदार व्यक्तियों पर सख्त कार्रवाई होगी।”
क्या है कांग्रेस सांसद अभिषेक मनु सिंघवी की प्रतिक्रिया?
जैसे ही सभापति ने उनका नाम लिया, सदन में हंगामा मच गया। अभिषेक मनु सिंघवी ने आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि यह साजिश के तहत उन्हें और कांग्रेस पार्टी को बदनाम करने की कोशिश है। सिंघवी ने निष्पक्ष और स्वतंत्र जांच की मांग की।
उनका कहना था, “यह मुझे फंसाने की कोशिश है। मैं इस सीट पर बैठता जरूर हूं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि मैं इन आरोपों के लिए जिम्मेदार हूं।”
सत्ता पक्ष और विपक्ष की तीखी भिड़ंत
भाजपा सांसदों ने इस घटना को कांग्रेस पार्टी की नैतिक गिरावट का उदाहरण बताया। भाजपा प्रवक्ताओं ने इसे संसद की गरिमा को धूमिल करने वाला कदम करार दिया। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा, “कांग्रेस को इस पर जवाब देना चाहिए। यह घटना दिखाती है कि कांग्रेस किस स्तर तक गिर सकती है।”
दूसरी ओर, कांग्रेस ने इसे सत्ता पक्ष द्वारा जानबूझकर फैलाया गया षड्यंत्र बताया। उन्होंने मांग की कि इस मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए और इसके पीछे की सच्चाई सबके सामने लाई जाए।
सभापति ने दिए जांच के आदेश
सभापति जगदीप धनखड़ ने मामले की गंभीरता को देखते हुए उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए। उन्होंने संसद की सुरक्षा एजेंसियों से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। यह जांच यह पता लगाएगी कि कैश किसने रखा और उसका उद्देश्य क्या था।
उन्होंने कहा, “यह हमारी संसद की प्रतिष्ठा और विश्वास पर हमला है। हम दोषियों को बख्शेंगे नहीं।”
संसद की गरिमा पर सवाल
यह मामला सिर्फ कांग्रेस या भाजपा तक सीमित नहीं है, बल्कि यह संसद की सुरक्षा और नैतिकता पर बड़ा सवाल खड़ा करता है। यह घटना इस बात का संकेत है कि संसद जैसी जगह पर भी सुरक्षा खामियों और अनैतिक गतिविधियों के लिए जगह बन रही है।
संसद में कैश मिलने की घटना ने न केवल राजनीतिक पार्टियों बल्कि आम जनता को भी स्तब्ध कर दिया है। यह पहली बार नहीं है जब संसद के भीतर ऐसा विवाद सामने आया हो, लेकिन इस बार का मामला काफी गंभीर और असाधारण है।
क्या हो सकता है आगे?
अब सबकी नजरें इस बात पर हैं कि जांच क्या खुलासा करती है। क्या यह किसी गहरी साजिश का हिस्सा है, या सिर्फ एक संयोग? दोषियों को पकड़ा जाएगा या यह मामला भी राजनीतिक विवाद में दबकर रह जाएगा?
Discover more from ASIAN NEWS BHARAT - Voice of People
Subscribe to get the latest posts sent to your email.