
बिलासपुर : बिलासपुर के चिल्हाटी में बीते दिनों हुई प्राचार्य की हत्या की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया है।शराब पार्टी करने के बाद नशे में धूत प्राचार्य ने अपने दोस्त के साथ जबरदस्ती अप्राकृतिक कृत्य किया। जिससे गुस्से आकर दोस्त ने लोहे के तवा से ताबड़तोड़ हमला कर प्राचार्य की हत्या की थीं।पुलिस की टीम ने आरोपी युवक को डोंगरगढ़ से गिरफ्तार किया है।
दरअसल बीते 26 दिसंबर को हाउसिंग बोर्ड चिल्हाटी के मकान में एक युवक की लाश खून से लथपथ बिस्तर में पड़ी है। पुलिस व एसीसीयू, एफएसएल टीम, फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट एवं स्निफर डॉग घटना स्थल का निरीक्षण किया। जांच में पता चला कि मृतक मनोज चन्द्राकर शासकीय हाई स्कूल डोंगरी थाना बलौदा जिला जांजगीर चांपा में प्राचार्य के पद पर पदस्थ था, जो कि 2 माह से मकान को किराया पर लेकर अपने परिवार के साथ रहता था।
19 दिसंबर को परिवार सहित अपने मूल निवास बिरगहनी गया था। 22 दिसंबर को बैंक में जरूरी काम होने का हवाला देकर अकेले वापस आ गया था। 24 दिसंबर को पड़ोसियों ने देखा था कि मनोज कुमार चन्द्राकर अपने बाइक से एक अज्ञात व्यक्ति के साथ मकान में आया था। इसके बाद अज्ञात व्यक्ति की तलाश शुरू की और चिल्हाटी से बिलासपुर, जांजगीर चांपा, कोरबा, अंबिकापुर, रायपुर की ओर जाने वाले रास्ते पर लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच की। पुलिस ने अज्ञात व्यक्ति को आरोपी हरीश पैकरा के रूप में पहचान की।
हरिश अपने घर से फरार था। वह महाराष्ट्र भाग रहा था। इस बीच पुलिस की टीम ने घेराबंदी कर डोंगरगढ़ से उसे गिरफ्तार किया। आरोपी हरीश पैकरा ने पूछताछ में बताया कि मनोज चन्द्राकर से 23 दिसंबर 2024 को रेलवे स्टेशन बिलासपुर में मुलाकात हुई थी। दोनों के मध्य दोस्ती होने पर मनोज चन्द्राकर ने आरोपी हरीश पैकरा को अपने घर पर पार्टी करने के लिए बुलाया। घटना की रात दोनों मकान में शराब पार्टी की। मृतक मनोज कुमार चन्द्राकर द्वारा नशे की हालत में आरोपी हरीश पैकरा से अप्राकृतिक कृत्य किया गया। जिससे नाराज होकर आरोपी हरीश पैकरा किचन से रोटी बनाने के तवा से मनोज के सिर पर प्राणघातक हमला कर उसकी हत्या कर दी। हत्या के बाद से आरोपी फरार हो गया था जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।