
बिलासपुर_ग्रामीण स्तर और मोहल्ले में स्वास्थ्य सेवाएं देने वाली मितानिन तथा संबंधित कार्यकर्ता मितानिन 13 दिसंबर से काम बंद कलम बंद कर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। वही आज से बिलासपुर में 2350 मितानिन और मितानीन प्रशिक्षक हेल्प डेस्क फैसेलेटर स्वस्थ्य पंचायत समन्वयक और ब्लॉक समन्वयक ने सड़क पर उतर प्रदर्शन करना शुरू कर दिया है।प्रदेश स्वास्थ्य मितानिन संघ ने आज से सड़क पर उतर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है, जिसके कारण जिले की स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हुई है। वर्तमान में जिले में 2351 एवं प्रदेश में 72 हजार मितानिन एवं संबंधित कार्यकर्ता कार्यरत है। काम बंद कलम बंद हड़ताल के कारण प्रदेश में टीकाकरण, संस्थागत प्रसव, टीबी, कुष्ठ, गर्भवती एवं नवजात की देखभाल, स्वास्थ्य सर्वे जैसे कार्य प्रभावित हो रहे हैं।
प्रदेश स्वास्थ्य मितानिन संघ की पदाधिकारी ने कहा कि हमारी दो सूत्रीय मांग वही है, जो सरकार ने मेनिफेस्टो में वादा किया था। वहीं मितानिनों का कहना है कि जब गांव में कोई डिलीवरी नहीं होती है, तो इन्हें राशि नहीं मिलती है। ऐसे में इन्हें भी वेतन दिया जाए। उन्होंने ने कहा कि एक मितानिन 200 परिवार देखती है। हमारी मांग जायज है, इन्हें पूरा किया जाए।मितानिनों का कहना है कि केन्द्र और राज्य सरकार महिलाओं के सम्मान की बात करती है, लेकिन दिनरात मेहनत करने वाली मितानिनों के बारे में नहीं सोच रही। उनकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। बच्चों की पढ़ाई के लिए फीस तक जुटाना मुश्किल हो जाता है।
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