
महाकुम्भ का महा ऐलान : भारतीय रेलवे ने कहा नो नॉनवेज़,
प्रयागराज। महाकुम्भ का महा ऐलान : प्रयागराज में महाकुम्भ में आने वाले साधु -सन्यासियों और सनातनियों की सुविधा के लिए भारतीय रेलवे ने महा ऐलान किया है। भारतीय रेलवे न तो नॉनवेज बनाएगी और न ही बेचेगी।
महाकुम्भ का महा ऐलान : जानें पूरा मामला
असल में महाकुंभ 2025 को लेकर शासन – प्रशासन की तरफ से व्यापक स्तर पर तैयारी की जा रही है। प्रयागराज के बाद वाराणसी में भी बड़ी तादाद में श्रद्धालुओं के आवागमन को ध्यान में रखते हुए सभी व्यवस्थाओं को चुस्त -दुरुस्त किया जा रहा है। इसकी सबसे ज्यादा जिम्मेदारी वाराणसी के रेलवे और पुलिस प्रशासन पर होगी। इसी क्रम में वाराणसी के रेलवे स्टेशन सहित स्टेशन से गुजरने वाली गाड़ियों में नॉनवेज खाने की बिक्री और बनाने पर पूरी तरह रोक लगाने का निर्णय लिया गया है।
सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक प्रयागराज महाकुंभ के लिए आवागमन करने वाले भारी संख्या में श्रद्धालु काशी भी जाएंगे। इस दौरान रेलवे विभाग की ओर से उनकी इस धार्मिक यात्रा में सहयोग करने के लिए पूरी तैयारी कर ली गई है। आयोजन की पवित्रता को ध्यान में रखते हुए वाराणसी के सभी रेलवे स्टेशन स्थित कैंटीन, दुकान, खाने पीने की जगह पर नॉनवेज पूरी तरह प्रतिबंधित कर दिया गया है।
प्रयागराज और वाराणसी गामी ट्रेनों में भी नो नॉनवेज
इसके अतिरिक्त प्रयागराज कुंभ को देखते हुए वाराणसी से जाने वाली किसी भी ट्रेन में नॉनवेज खाना नहीं बनाया जाएगा। वाराणसी रेलवे विभाग की ओर से स्टेशन व गाड़ियों में बनने खाने के सैंपल भी लिए जा रहे हैं। ऐसे में वाराणसी रेलवे विभाग का साफ कहना है कि पहले भी नॉनवेज खाना नहीं बनता था, लेकिन महाकुंभ के दौरान खासतौर पर इन क्षेत्रों में नॉन वेज फूड प्रतिबंधित रहेगा।
कैसी है पुलिस – प्रशासन की तैयारी
महाकुम्भ 2025 को देखते हुए वाराणसी जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन और रेलवे विभाग ने अपनी सारी तैयारियों को लगभग पूरा कर लिया है। वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन के निकट ही एक वेटिंग एरिया बनाया गया है, जहां पर प्रयागराज महाकुंभ के दौरान आने जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए ठहरने की व्यवस्था रहेगी। इसमें चार्जिंग, प्राथमिक उपचार, टिकट से संबंधित जानकारी – बुकिंग की व्यवस्थाएं मौजूद रहेंगी। वाराणसी जिला प्रशासन ने महाकुंभ आयोजन के दौरान आने वाले श्रद्धालुओं के हर सुविधा और व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए अलग-अलग स्थल का निरीक्षण भी किया जा रह है।