
इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कृषि वैज्ञानिक तैयार कर रहे डायग्नोस्टिक किट...जानें खासियत
रायपुर : मौजूदा समय में बाजार में कई प्रकार मिलावटी चीजें खुलेआम बिक रहे हैं…इससे चावल भी अछूता नहीं नहीं है…बाजार में कई प्रकार के सुगंधित चावल मिल रहे हैं इससे यह पता लगाना मुश्किल हो जाता है कि कौन असली है और कौन नकली है….
लेकिन इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिक एक ऐसा कीट तैयार कर रहे हैं जो चावल की प्रजाति और उसमे पाए जाने वाले सुगंध को बता देगा कि यह किस किस्म का चावल है.. जी हां इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कृषि वैज्ञानिक दीपक शर्मा एक डायग्नोस्टिक किट बना रहे हैं
जिससे चावल के अंदर पाए जाने वाले पोषक तत्व और सुगंध भी डिटेक्ट करके बता देगा कि यह किस प्रकार का चावल है.. इससे बाजार में बिक रहे नकली चावल का पता लगाया जा सकता है उन्होंने कहा कि यह कट बाजार में बिक रहे नकली चावल पर नकेल कसने का काम करेगा…
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