
अभनपुर : सर्दी-खांसी जैसे सामान्य बीमारियों के मामलों में मरीजों को अनावश्यक भर्ती कर शासन की योजनाओं का दुरुपयोग करने के गंभीर आरोपों के बाद अभनपुर के ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर को पद से हटा दिया गया है। प्रशासन ने यह कार्रवाई घोर भ्रष्टाचार की पुष्टि होने के बाद की।
भ्रष्टाचार का मामला
कई शिकायतें मिलने के बाद प्रशासन ने मामले की जांच कराई। जांच में पाया गया कि बीएमओ मरीजों को मामूली परेशानियों के बावजूद भर्ती कर सरकारी योजनाओं का दुरुपयोग कर रहे थे। यह आरोप भी लगे कि मरीजों के नाम पर अनावश्यक खर्च दिखाकर वित्तीय लाभ लिया जा रहा था।
कई बार मिली थी शिकायतें
ग्रामीणों और स्वास्थ्य विभाग के अन्य कर्मचारियों द्वारा लंबे समय से इन भ्रष्टाचार के मामलों की शिकायत की जा रही थी। सर्दी-खांसी जैसे सामान्य लक्षणों पर भर्ती का आदेश देना और योजनाओं का लाभ गलत तरीके से लेना, इन मामलों में प्रमुख मुद्दे बने।
प्रशासन ने लिया कड़ा फैसला
जांच रिपोर्ट में भ्रष्टाचार की पुष्टि के बाद प्रशासन ने तत्काल प्रभाव से BMO को हटाने का निर्णय लिया। उनकी जगह नए अधिकारी की नियुक्ति कर दी गई है।
स्वास्थ्य सेवाओं में पारदर्शिता लाने का प्रयास
अभनपुर प्रशासन ने कहा है कि यह कदम स्वास्थ्य सेवाओं को पारदर्शी और जनता के लिए अधिक लाभकारी बनाने के उद्देश्य से उठाया गया है। साथ ही, इस घटना के बाद विभाग ने स्पष्ट संकेत दिया है कि भविष्य में किसी भी तरह की अनियमितता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।