Aaj Ka Panchang: शुभ और अशुभ मुहूर्त, राहु काल और भद्र काल...
Aaj Ka Panchang: हिन्दू पंचांग एक प्राचीन समय गणना पद्धति है, जो पंच अंगों—वार, तिथि, नक्षत्र, योग और करण—के आधार पर समय का निर्धारण करती है। प्रत्येक दिन के पंचांग में इन पांच अंगों की जानकारी दी जाती है, जो जीवन के विभिन्न पहलुओं में प्रभाव डालते हैं। आज, यानी 20 जनवरी 2025, सोमवार के पंचांग को हम विस्तृत रूप से जानते हैं। यह दिन विशेष रूप से शुभ और अशुभ मुहूर्तों के लिए महत्वपूर्ण है।
1. तिथि (Date)
तिथि: माघ कृष्ण षष्ठी तिथि (प्रातः 09:59 बजे तक) और पश्चात सप्तमी तिथि
तिथि का महत्व: षष्ठी तिथि को विशेष रूप से देवी-देवताओं की पूजा और व्रत रखने के लिए शुभ माना जाता है। इसे खासकर बच्चों की सेहत के लिए भी श्रेष्ठ माना जाता है। सप्तमी तिथि में सूर्य और चंद्रमा की पूजा के साथ-साथ संतान सुख की प्राप्ति के लिए व्रत किए जाते हैं।
2. नक्षत्र (Nakshatra)
नक्षत्र: हस्त नक्षत्र (रात्रि 08:30 बजे तक) और उसके बाद चित्रा नक्षत्र
हस्त नक्षत्र: यह नक्षत्र कार्यों में सफलता और समृद्धि लाने के लिए शुभ माना जाता है। हस्त नक्षत्र में किए गए कार्यों में सफलता की संभावना अधिक रहती है।
चित्रा नक्षत्र: चित्रा नक्षत्र कला, सौंदर्य, और रचनात्मक कार्यों के लिए सबसे उपयुक्त होता है। इस नक्षत्र में नए कार्यों की शुरुआत करना अच्छा रहता है, खासकर शिल्प और निर्माण संबंधी कार्यों में।
3. योग (Yoga)
वणिज योग: वणिज योग का संबंध व्यापार और व्यावसायिक गतिविधियों से है। यह योग व्यापारिक कार्यों के लिए बेहद लाभकारी माना जाता है। वाणिज्यिक कार्यों में सफलता और लाभ की प्राप्ति इस योग में होती है।
वणिज करण: यह करण व्यापार और वाणिज्यिक कार्यों के लिए अत्यधिक शुभ माना जाता है। अगर किसी प्रकार का व्यापार या आर्थिक कार्य आरंभ करना हो, तो यह समय अनुकूल रहता है।
5. चंद्रमा (Moon)
चंद्रमा राशि: चंद्रमा इस दिन कन्या राशि में रहेगा। कन्या राशि में चंद्रमा होने से निर्णय क्षमता में स्पष्टता आती है और कार्यों में धैर्य बना रहता है। यह समय विशेष रूप से बौद्धिक कार्यों और शिक्षा संबंधी कार्यों के लिए अच्छा है।
6. सूर्य (Sun)
सूर्य: उत्तरायण (सूर्य का उत्तर दिशा की ओर गति करना) और सूर्य दक्षिण गोल (सूर्य का दक्षिण गोल पूरा होना) रहेगा। उत्तरायण का समय बहुत शुभ माना जाता है, और इस समय में किए गए सभी शुभ कार्यों में सफलता मिलती है।
7. ऋतु (Season)
ऋतु: शिशिर ऋतु। शिशिर ऋतु ठंड के मौसम के रूप में होती है, और इस समय में स्वास्थ्य का ध्यान रखना बहुत जरूरी होता है। शिशिर ऋतु में शारीरिक रूप से स्फूर्ति और मानसिक शांति बनाए रखना महत्वपूर्ण होता है।
8. राहु काल (Rahu Kalam)
राहुकाल: प्रात 07:30 बजे से 09:00 बजे तक। इस समय में कोई भी शुभ कार्य जैसे विवाह, पूजा-पाठ, नई शुरुआत आदि नहीं करने चाहिए, क्योंकि राहु काल में किए गए कार्यों में विघ्न आने की संभावना रहती है।
9. भद्रा काल (Bhadra Kaal)
भद्र काल: प्रात 09:59 बजे से रात्रि 11:19 बजे तक। भद्रा काल में शारीरिक श्रम और महत्वपूर्ण कार्यों को टालने की सलाह दी जाती है। यह समय विशेष रूप से भोजन पकाने या किसी प्रकार के शारीरिक परिश्रम से बचने के लिए उपयुक्त होता है।
नया कार्य आरंभ: हस्त नक्षत्र और वणिज योग में व्यापार, नई शुरुआत, और अन्य व्यावसायिक कार्यों में सफलता की अधिक संभावना होती है। इस दिन किसी नई योजना की शुरुआत करना अच्छा रहेगा।
पूजा-अर्चना: माघ कृष्ण षष्ठी तिथि पर विशेष रूप से देवी पूजा, संतान सुख के लिए व्रत, और अन्य धार्मिक कार्य किए जा सकते हैं। यही नहीं, चित्रा नक्षत्र में पूजा-पाठ में भी सफलता मिलती है।
शुभ समय: इस दिन शुभ कार्यों के लिए मुख्य रूप से माघ कृष्ण षष्ठी तिथि (प्रातः 9:59 बजे तक) और वणिज करण में किए गए कार्यों में लाभ की संभावना है।
अशुभ समय: राहु काल (प्रातः 07:30 से 09:00 बजे) और भद्र काल (प्रातः 09:59 से रात्रि 11:19 बजे तक) में किसी भी महत्वपूर्ण कार्य की शुरुआत से बचना चाहिए।
Aaj Ka Panchang
इस प्रकार, 20 जनवरी 2025 का पंचांग स्पष्ट रूप से यह संकेत देता है कि दिन के कुछ समय में विशेष सावधानी रखनी होगी, जबकि अन्य समय में शुभ कार्यों के लिए अच्छी संभावनाएँ हैं।
Related
Discover more from ASIAN NEWS BHARAT - Voice of People
Subscribe to get the latest posts sent to your email.