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Aaj Ka Panchang : हिंदू पंचांग का उपयोग प्राचीन काल से किया जाता रहा है। ‘पंचांग’ शब्द संस्कृत भाषा से लिया गया है, जिसका अर्थ है ‘पांच अंगों वाला’। यह समय और काल की गणना के लिए एक महत्वपूर्ण ग्रंथ है, जो जीवन के शुभ और अशुभ क्षणों को निर्धारित करने में सहायक होता है। पंचांग में समय गणना के पांच प्रमुख अंग होते हैं— वार, तिथि, नक्षत्र, योग और करण।
हिंदू पंचांग में किसी भी कार्य को करने के लिए शुभ और अशुभ समय को ध्यान में रखा जाता है। शुभ मुहूर्त में किए गए कार्य सफल माने जाते हैं, जबकि अशुभ समय में किए गए कार्यों में बाधाएं आ सकती हैं।
हिंदू धर्म में पंचांग का उपयोग ज्योतिषीय गणनाओं, धार्मिक पर्वों, व्रत-त्योहारों की तिथियां, विवाह, गृह प्रवेश, वाहन खरीद, व्यापार की शुरुआत और अन्य मांगलिक कार्यों के लिए किया जाता है। पंचांग के आधार पर ही शुभ और अशुभ समय का चयन कर कार्य करने की परंपरा चली आ रही है।
हिंदू पंचांग केवल समय का लेखा-जोखा नहीं है, बल्कि यह हमारे जीवन के हर महत्वपूर्ण निर्णय में मार्गदर्शन करता है। पंचांग की गणना के माध्यम से हम न केवल शुभ-अशुभ समय का ज्ञान प्राप्त कर सकते हैं, बल्कि इससे हम अपने कार्यों को और अधिक सफल बना सकते हैं। सही समय पर सही निर्णय लेने के लिए पंचांग का अध्ययन अत्यंत महत्वपूर्ण है।
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