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राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से दिल्ली में मुलाकात की, जिससे राज्य की सियासत में एक नया मोड़ आया है। इस मुलाकात के बाद राजनीतिक गलियारों में चर्चाएं तेज हो गई हैं, और माना जा रहा है कि वसुंधरा राजे को दिल्ली से कोई बड़ा पद मिल सकता है। पिछले कुछ समय से उनके नाम की चर्चा भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में हो रही थी।
प्रदेश भाजपा प्रभारी राधामोहन दास अग्रवाल ने सोशल मीडिया पर वसुंधरा राजे और पीएम मोदी की मुलाकात की तस्वीर साझा करते हुए उन्हें बधाई दी। उन्होंने लिखा, “बहुत ढेर सारी शुभकामनाएं एवं बधाइयां।”
मुलाकात के दौरान क्या हुआ?
सूत्रों के मुताबिक, प्रधानमंत्री मोदी और वसुंधरा राजे के बीच संसद में करीब 20-25 मिनट तक बातचीत हुई। इस दौरान पीएम मोदी ने राजे से राजस्थान के बारे में फीडबैक लिया और राज्य के विकास कार्यों पर चर्चा की। राजे ने भजनलाल सरकार के कार्यों को लेकर अपनी राय रखी, साथ ही संगठन से जुड़ी अपनी बातें भी पीएम मोदी के सामने रखीं।
राजनीतिक हलकों में यह भी चर्चा हो रही है कि राजे ने बारां-झालावाड़ क्षेत्र में विकास कार्यों में सरकार की बेरूखी को लेकर शिकायत की। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री से मिलने पर सम्मान मिलता है, लेकिन काम नहीं होते। राजे ने यह भी स्पष्ट किया कि उन्हें किसी पद में रुचि नहीं है, बल्कि उनका मकसद सिर्फ यह है कि सरकार प्रदेश के लिए अच्छे काम करे, ताकि भाजपा 2028 में फिर से सत्ता में वापस आ सके।
पीएम मोदी ने किया था राजे की तारीफ
इससे पहले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भजनलाल सरकार की पहली वर्षगांठ के कार्यक्रम में वसुंधरा राजे की तारीफ की थी। मोदी ने कहा था कि भैरों सिंह शेखावत ने राजस्थान में विकास की मजबूत नींव रखी, और इसके बाद वसुंधरा राजे ने सुशासन की विरासत को आगे बढ़ाया। उन्होंने यह भी कहा कि राजे की धरोहर को भजनलाल की सरकार और समृद्ध करने में जुटी है।
वसुंधरा राजे की पीएम मोदी से यह मुलाकात भाजपा की आगामी रणनीतियों और राजस्थान की राजनीति के लिहाज से बेहद अहम मानी जा रही है।
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