
KIIT Nepali Student Suicide Case: नेपाली स्टूडेंट सुसाइड केस में नया खुलासा....
भुवनेश्वर : KIIT Nepali Student Suicide Case: कलिंगा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडस्ट्रियल टेक्नोलॉजी (KIIT) में एक नेपाली छात्रा की आत्महत्या के बाद हुए विरोध प्रदर्शन के दौरान, विश्वविद्यालय के स्टाफ और प्रशासन ने छात्रों के साथ अनुचित व्यवहार के लिए माफी मांगी है। यह घटना उस समय घटी जब बीटेक (कंप्यूटर साइंस) की तीसरे वर्ष की छात्रा प्रकृति लामसाल ने 16 फरवरी को आत्महत्या की।
प्रदर्शन के दौरान, एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें यूनिवर्सिटी की प्रोफेसर मंजूषा पांडे ने कहा कि वे 40,000 से अधिक छात्रों को मुफ्त में खाना और पढ़ाई मुहैया करा रहे हैं। वहीं, एक महिला कर्मचारी जयंती नाथ ने चिल्लाते हुए कहा कि यह राशि किसी देश के बजट के बराबर है। उनका यह बयान उस दावे के जवाब में था कि भारत और KIIT गरीब हैं।
KIIT Nepali Student Suicide Case: विरोध प्रदर्शन के बाद, KIIT ने एक माफीनामा जारी करते हुए कहा कि दो अधिकारियों को उनके “गैर जिम्मेदाराना बयान” के कारण हटा दिया गया है। हालांकि, इन अधिकारियों के नाम जारी नहीं किए गए। विश्वविद्यालय ने अपने बयान में कहा कि वे हमेशा से विश्व के छात्रों के लिए एक समावेशी, सम्मानजनक और जिम्मेदार कल्चर को बढ़ावा देते आए हैं। उन्होंने नेपाली छात्रों से तत्काल कक्षाएं ज्वाइन करने की अपील भी की।
KIIT Nepali Student Suicide Case: अब तक 6 गिरफ्तार –
इस बीच, पुलिस ने प्रदर्शन के दौरान बल प्रयोग करने वाले दो सुरक्षा गार्ड रमाकांत नायक (45) और योगेंद्र बेहरा (25) को गिरफ्तार किया है। प्रकृति लामसाल की मौत के मामले में अब तक कुल छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें छात्रा का बैचमेट और तीन विश्वविद्यालय के डायरेक्टर शामिल हैं।
घटना की जांच के लिए ओडिशा सरकार ने एक उच्चस्तरीय फैक्ट फाइंडिंग कमेटी का गठन किया है, जिसमें गृह विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग और उच्च शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे।
छात्रों ने आरोप लगाया कि प्रकृति के बैच का ही भारतीय छात्र उसे प्रताड़ित कर रहा था। दावा है कि छात्र लड़की का बॉयफ्रेंड था। स्टूडेंट्स का कहना है कि शिकायतों के बाद भी यूनिवर्सिटी ने आरोपी के खिलाफ कार्रवाई नहीं की।
इस मामले ने न केवल KIIT के छात्रों बल्कि अंतरराष्ट्रीय छात्र समुदाय के बीच भी व्यापक चर्चा और आक्रोश पैदा किया है, जो सुरक्षा और न्याय की मांग कर रहे हैं।
Discover more from ASIAN NEWS BHARAT
Subscribe to get the latest posts sent to your email.