Mahakumbh 2025 : प्रयागराज। महाकुंभ के दौरान जहां साधु-संतों का जमावड़ा है, वहीं 24 वर्षीय शुभम मिश्रा ने नागा सन्यासी बनने का निर्णय लेकर सबका ध्यान खींचा है। प्रयागराज के जूना अखाड़े में शुभम अब नागा बनने की प्रक्रिया में शामिल हो गए हैं। शुभम का कहना है कि प्यार में असफलता और सरकारी नौकरी न मिलने की वजह से उन्होंने यह कठोर निर्णय लिया है।
बता दें कि शुभम मिश्रा, जो बीए ग्रेजुएशन तक पढ़े हैं, अपने जीवन की परेशानियों को साझा करते हुए कहा, हमारा प्यार हमें नहीं मिला। जब सरकारी नौकरी पाने की कोशिश की, तो उसमें भी असफल रहे। जीवन में निराशा इतनी बढ़ गई थी कि घर में रहकर 10 लोगों को मारने की सोचने लगे थे। ऐसे में खुद को खत्म करना ज्यादा बेहतर लगा। लेकिन इसके बजाय हमने सन्यास का रास्ता चुन लिया। अब हम नागा सन्यासी बनने की प्रक्रिया में हैं और यह जीवन ज्यादा सुकूनभरा लग रहा है।
Mahakumbh 2025 : शुभम ने सरकारी नौकरी में असफलता के लिए अग्निवीर स्कीम का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि इस स्कीम ने उनके सरकारी नौकरी पाने के सपने को और मुश्किल बना दिया। इसके बाद उन्होंने प्राइवेट नौकरी भी की, लेकिन उसमें भी संतुष्टि नहीं मिली। इन सब विफलताओं के बाद उन्होंने सांसारिक जीवन का त्याग करने का निर्णय लिया।
शुभम का कहना है कि अब उन्होंने अपने माता-पिता, परिवार और दुनियावी मोह-माया को पूरी तरह त्याग दिया है। अब उनका जीवन केवल भगवान की सेवा और साधना में व्यतीत होगा। जूना अखाड़े के करीब 500 नागा संन्यासियों के साथ उन्होंने इस प्रक्रिया की शुरुआत कर दी है।
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