Mahakumbh 2025 : महाकुंभ में सुंदर साध्वी के रूप में वायरल हुई हर्षा रिछारिया को लेकर साधु-संतों की नकारात्मक टिप्पणियों के बाद बढ़ा विवाद अब शांत होता नजर आ रहा है। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रविंद्रपुरी ने हर्षा रिछारिया का समर्थन करते हुए कहा कि किसी को भी उनके जीवन के फैसलों पर टिप्पणी करने का अधिकार नहीं है।
Mahakumbh 2025 : महंत रविंद्रपुरी का बयान:
महंत रविंद्रपुरी ने कहा, “सभी नारियां दुर्गा शक्ति का स्वरूप होती हैं। हर्षा रिछारिया उत्तराखंड की बेटी है। उसे यह निर्णय लेने का पूरा अधिकार है कि वह सन्यासिनी बने, शादी करे, या कोई अन्य काम करे। साधु-संतों को उनके निजी जीवन पर टिप्पणी करने से बचना चाहिए।”
साधु-संतों की नकारात्मक टिप्पणी:
महाकुंभ के दौरान सुंदर साध्वी के रूप में पहचान बनाने वाली हर्षा रिछारिया पर कुछ साधु-संतों ने नकारात्मक टिप्पणियां की थीं, जिसके चलते हर्षा ने महाकुंभ छोड़ने का निर्णय लिया था। इस घटना ने महाकुंभ में विवाद पैदा कर दिया था।
महंत रविंद्रपुरी का समर्थन:
महंत रविंद्रपुरी ने न केवल हर्षा का समर्थन किया बल्कि साधु-संतों को भी नसीहत दी कि वे किसी के जीवन के फैसलों में हस्तक्षेप न करें। उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति को अपने जीवन का मार्ग चुनने का अधिकार है, और इसे सम्मान के साथ स्वीकार किया जाना चाहिए।
Mahakumbh 2025
संवाददाता से विशेष बातचीत:
एशियन न्यूज के संवाददाता मनीष यादव से बातचीत के दौरान महंत रविंद्रपुरी ने कहा कि साधु-संतों को मर्यादा और संयम बनाए रखना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि हर्षा ने सन्यास का मार्ग चुनने की इच्छा व्यक्त की है, और यह एक व्यक्तिगत निर्णय है जिसे सम्मान मिलना चाहिए।
हर्षा रिछारिया की स्थिति:
हर्षा रिछारिया ने साधु-संतों की नकारात्मक टिप्पणियों के बाद महाकुंभ छोड़ने का फैसला किया था, लेकिन महंत रविंद्रपुरी के समर्थन से अब वह अपनी स्थिति को लेकर अधिक आश्वस्त नजर आ रही हैं।
निष्कर्ष:
यह विवाद न केवल महाकुंभ के आध्यात्मिक माहौल को प्रभावित करता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि किसी भी व्यक्ति के निजी जीवन का सम्मान करना कितना महत्वपूर्ण है। महंत रविंद्रपुरी का समर्थन एक सकारात्मक संदेश देता है कि धर्म और आध्यात्मिकता के क्षेत्र में भी महिलाओं को समान अधिकार और सम्मान मिलना चाहिए।
Discover more from ASIAN NEWS BHARAT
Subscribe to get the latest posts sent to your email.