
Will computers worth crores become garbage: Hackers are also waiting for this date, know the whole matter
नई दिल्ली। क्या कचरा हो जाएंगे करोड़ों के कम्प्यूटर : 10 वर्ष पुराने Microshoft 365 एप का Windows – 10 को मिलने वाला सपोर्ट ख़त्म हो जाएगा। इसके बाद आपका Windows -10 बंद हो जाएगा, ऐसा कतई नहीं होगा। इस पर रिस्क वाली अलर्ट मिलनी बंद हो जाएंगी, इससे हैकर्स आपके कम्प्यूटर को कभी भी हैक कर सकते हैं। वैसे भी दुनिया के तमाम हैकर्स उस तारीख का इंतज़ार कर रहे हैं. जिस दिन ये सुविधा बंद होने वाली है।
क्या कचरा हो जाएंगे करोड़ों के कम्प्यूटर : जानिए आखिर कब से
तो हम आपको बता दें कि इसी साल यानि 2025 की 14 अक्टूबर को ही होने वाला है। इसी दिन Windows 10 को Microsoft 365 ऐप का समर्थन नहीं मिलेगा, क्योंकि ऑपरेटिंग सिस्टम अब Microsoft 365 ऐप के लिए सिस्टम की जरूरतों को पूरा नहीं करेगा।
ऐसे में यदि आप भी Microsoft Windows 10 प्रयोग करते हैं तो यह खबर आपके बहुत काम की होने वाली है। कंपनी ने घोषणा कर दी है कि वह 14 अक्टूबर, 2025 के बाद Windows 10 के लिए अपना समर्थन समाप्त कर देगी। इसका असर करोड़ों यूजर्स पर पड़ेगा। ऐसे तमाम यूजर्स पर ही हैकर्स की भी नजर है। इंटरनेट सिक्योरिटी के लिए काम करने वाली कंपनी ESET ने कहा कि विंडोज 10 वाले यूजर्स को हैकर्स आसानी से निशाना बना सकते हैं, इसलिए उन्हें तुरंत विंडोज अपडेट कर ही लेनी चाहिए।

विंडोज 10 को नहीं मिलेगी सुरक्षा की कोई जानकारी
14 अक्टूबर, 2025 के बाद माइक्रोसॉफ्ट विंडोज 10 पर चलने वाले कंप्यूटर और लैपटॉप को कोई सुरक्षा सम्बन्धी जानकारी और तकनीकी सहयोग नहीं देगी। इसके बाद हैकर्स के लिए ऐसे सिस्टम को निशाना बनाना बेहद आसान हो जाएगा। माइक्रोसॉफ्ट कंपनी की ओर से भी कहा गया है कि सहयोग खत्म होने के बाद वायरस और मालवेयर के जरिये सिस्टम पर अटैक करना आसान हो जाएगा।
इस समस्या को लेकर ESET के एक IT सुरक्षा विशेषज्ञों ने कहा कि स्थिति बेहद गंभीर है. अगर यूजर्स को बड़े डिजिटल खतरे से बचना है तो तुरंत विंडोज अपडेट कर लेनी चाहिए। सुरक्षा विशेषज्ञों ने विंडोज 10 यूज करने वाले सभी यूजर्स को चेतावनी भी दी है। उनका तो यहां तक कहना है कि विंडोज अपडेट करने के लिए अक्टूबर तक इंतजार करने वाले यूजर्स के लिए बड़ा खतरा है, और उन पर साइबर हमले होने और डेटा की चोरी की सबसे ज्यादा चांसेज हैं।
कैसे इससे बचाव करें
इस मामले को लेकर विशेषज्ञों का कहना है कि यूजर्स सबसे पहले विंडोज को अपडेट कर लेना चाहिए। ऐसे में अगर कोई विंडोज अपडेट करने में किसी भी कारण सक्षम नहीं है तो वह मैकबुक या Linux सिस्टम पर भी जा सकता है। इसके अलावा विशेषज्ञ सिक्योरिटी सॉफ्टवेयर का प्रयोग करने और अपने डेटा के लगातार बैकअप लेते रहने की भी सलाह दे रहे हैं ताकि साइबर हमलों के खतरों को कम से कम किया जा सके।
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