
रीवा: यूं तो फागुन में होली के एक दिन पहले पूरे देश में ही होलिका दहन किया जाता है जिसमें पुरुष महिला सभी भाग लेते हैं लेकिन रीवा में एक वर्ग ऐसा भी है जिनकी महिलाएं नवरात्रि के पहले दिन रात में होलिका दहन करती हैं इस होलिका दहन की खास बात यह है कि इसमें पुरुषों का आना वर्जित है इसमें केवल महिलाए ही भाग लेती हैं। इन महिलाओं की माने तो यह परंपरा वर्षों पुरानी है। जिसका पालन आज भी इनके द्वारा किया जाता है।
बताया जाता है कि नव रात्रि के पहले दिन होलिका दहन करना उनकी देवी पूजा का एक हिस्सा है। इसी क्रम में इस बार भी रीवा में बीहर नदी के किनारे होलिका दहन का कार्यक्रम किया गया।
जिसमें सैकड़ों की संख्या में महिलाएं मौजूद रहीं। बताया गया कि परिबा के दिन ये महिलाएं व्रत रहती हैं जिसके बाद रात में होलिका तापी जाती है। लक्ष्मी माता मंदिर से ये महिलाएं लोटे में जल लेकर धार बनाती हुई निकलती हैं, 6 दिनों तक प्रत्येक दिन लोटे से पानी की धार निकाली जाती है। वहीं सातवें दिन यानी सप्तमी को मां की पूजा की जाती है।
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